अब अयोध्या का राज पाठ संभालेंगे प्रभु राम

अब अयोध्या का राज पाठ संभालेंगे प्रभु राम

PT News ( अयोध्या ): उत्तर प्रदेश के अयोध्या के राम मंदिर में अभी तक आप केवल प्रभु राम को केवल बाल रूप में ही देख पा रहे थे, लेकिन अब प्रभु राजपाठ संभालते दिखेंगे। दरबार लगाते भी दिखेंगे। ग्राउंड फ्लोर पर बालक रामजी मिलेंगे तो पहले फ्लोर पर राजाराम दर्शन देंगे। इसके लिए दूसरा प्राण प्रतिष्ठा समारोह 3 जून से शुरू हो गया है। इस बार भगवान राम को राजा के रूप में स्थापित किया जाएगा। समारोह में मुख्य अतिथि योगी आदित्यनाथ हैं। राम    के साथ ही सात अन्य मंदिरों में भी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होगी। यह तीन दिवसीय समारोह 5 जून को राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा के साथ समाप्त होगा।

राम मंदिर में पिछले साल 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह किया गया था और राम लला को स्थापित किया गया था। अब दूसरा प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने जा रहा है, जो तीन दिन तक चलेगा। इसकी शुरुआत आज 3 जून से हो गई है और ये 5 जून तक चलेगा। इसके लिए राम मंदिर को रोशनी से जगमग किया गया है। जहां पहले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भगवान राम के बालक रूप को स्थापित किया गया था. वहीं अब इस बार भगवान राम राजा के रूप में स्थापित किए जाएंगे। राजा राम की स्थापना के साथ दूसरे प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर सात बाकी उप मंदिरों में स्थापित मूर्तियों की भी प्राण प्रतिष्ठा होगी। इनमें परकोटा पर शिवलिंग, अग्नि कोण में श्रीगणेश, महाबली हनुमान, सूर्य देवता, मां भगवती, अन्नपूर्णा माता के विग्रह, मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर राम दरबार और परकोटा के शेषावतार प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

16 महीने बाद राजा राम की प्रतिष्ठा

भगवान राम के बालक रूप की प्राण प्रतिष्ठा के 16 महीने बाद अब राजा राम की प्रतिष्ठा होने जा रही है। इसको लेकर श्रद्धालुओं में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। दूसरे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। इस बार प्राण प्रतिष्ठा समारोह का मुहूर्त अयोध्या के प्रख्यात आचार्य पंडित प्रदीप शर्मा, आचार्य राकेश तिवारी और आचार्य रघुनाथ दास शास्त्री ने निकाला है।

प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान और कार्यक्रम

दूसरे प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान और कार्यक्रम की बात करें तो 2 जून को सरयू तट से मातृ शक्तियां तक जल कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा के अगले दिन ज्येष्ठ शुक्ल की अष्टमी तीन जून से शुरू होकर दशमी पांच जून को पूजा, भोग और आरती के साथ पूरा होगा। 5 जून से सुबह 6:30 बजे अनुष्ठान शुरू होग जो 11:20 तक चलेगा। अभिजीत मुहूर्त के दौरान ही राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र सपत्नीक प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य यजमान होंगे।

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